“बलिया में होने वाली मौतें सिर्फ संयोग भी हो सकती हैं……”

 

न्यूज़ कैप्सूल:

कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय आज करेगा सुनवाई; बंगाल पंचायत चुनाव के मद्देनजर कलकत्ता उच्च न्यायालय ने केन्द्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया था।

 

जब भ्रष्टाचार की बात आती है तो भाजपा भगवान को भी नहीं छोड़ती: कमल नाथ

 

प्रधानमंत्री के समर्थकों को लगता है कि वो सूरज की तरह हैं, अगर ऐसा है तो प्रधानमंत्री क्यों नहीं जाकर हिंसाग्रस्त मणिपुर के ऊपर चमकते?: उद्धव ठाकरे 

 

 

दो लोग हैं जो फासीवाद के साथ हैं इनमें से एक नवीन पटनायक हैं; वो अनाधिकारिक रूप से भाजपा के साथ हैं: डेरेक ओ ब्रायन 

 

बीते पाँच दिनों में बलिया में 68 लोगों की मौत; अकेले सोमवार को ही 11 लोगों की मौत दर्ज की गई। 

 

“यह सिर्फ एक संयोग भी हो सकता है क्योंकि उन (मरने वालों) लोगों में से ज्यादातर बुजुर्ग हैं और पहले से ही किसी न किसी बीमारी से पीड़ित हैं”: बलिया में हुई मौतों पर सरकार द्वारा नियुक्त दो सदस्यीय समिति