हेलो ! मैं गांधी ‘पत्नी पति की दासी नहीं है, बल्कि उसकी जीवन संगिनी और सहायक है’ “पत्नी पति की दासी नहीं है, बल्कि उसकी जीवन संगिनी और सहायक है और उसके तमाम सुख-दुख में बराबर का हिस्सा बँटाने वाली है। वह स्वयं अपना मार्ग चुनने को उतनी ही स्वतंत्र है जितना उसका पति। मैं बाल विवाह से घृणा October 2, 2021