अगर हमारे अपने शासक भी अन्याय और शोषण करें, तो वह स्वराज नहीं है।

स्वराज का अर्थ केवल अंग्रेज़ी हुकूमत से मुक्ति नहीं है। यह एक ऐसा राज्य है, जिसमें हर व्यक्ति को अपने अस्तित्व का अर्थ समझने का अवसर मिले। स्वराज आत्म-नियंत्रण है, यह आत्म-साक्षात्कार है। इसका मतलब यह नहीं कि हम केवल बाहरी शासकों

जिस समाज में अस्पृश्यता का प्रचलन है, वह समाज सभ्य नहीं!

  अस्पृश्यता का उन्मूलन मेरे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। यह मानवता पर एक कलंक है। जिस समाज में अस्पृश्यता का प्रचलन है, वह समाज सच्चे अर्थों में सभ्य नहीं हो सकता। अस्पृश्यता केवल एक सामाजिक समस्या नहीं है, यह हमारे

पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या छत्तीसगढ़ सरकार पर एक कलंक!

भारत में पत्रकारों के सामने बढ़ते खतरों की एक और कड़ी में, छत्तीसगढ़ के पत्रकार मुकेश चंद्राकर 2 जनवरी 2025 को संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए। चंद्राकर, जो स्थानीय भ्रष्टाचार और प्रशासनिक मुद्दों पर अपनी निडर रिपोर्टिंग के लिए जाने जाते

श्याम बेनेगल: भारतीय सिनेमा के महानायक का निधन

सोमवार 23 दिसंबर को, भारत के गाँव की ‘भूमिका’ पर ‘मंथन’ के ‘अंकुर’ पैदा करने वाले भारतीय सिनेमा के ‘त्रिकाल’ और ‘सरदार’ श्याम बेनेगल का 90 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। भारतीय सिनेमा के महान निर्देशक, पटकथा लेखक और समानांतर

ज़ाकिर हुसैन: एक था जादूगर

प्रारंभिक जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि भारत के करोड़ों लोगों ने टेबल को ज़ाकिर हुसैन के नाम से ही जाना है। भारत में यह वाद्ययंत्र बिना जाकिर हुसैन के अधूरा है। 15 दिसंबर की रात यह फनकार इस धरती से विदा हो गया।

‘एक देश, एक चुनाव’: मोदी सरकार की एक साजिश?

‘एक देश, एक चुनाव’ (One Nation, One Election) विधेयक मंत्रिपरिषद से पास हो चुका है। आज इसे लोकसभा में पेश किया जाएगा।’एक देश, एक चुनाव’ के पीछे मोदी सरकार की मंशा को लेकर अलग-अलग दृष्टिकोण सामने आते हैं। इसके समर्थक इसे विकास

हिंसा के रास्ते शांति स्थापित करना, एक असंभव विचार है।

शांति केवल बाहरी स्थिति का नाम नहीं है, यह एक आंतरिक अवस्था है। यह हमारे हृदय में बसती है। यदि हम हिंसा को अपनाकर शांति स्थापित करना चाहते हैं, तो यह एक असंभव विचार है। हिंसा से केवल अस्थायी समाधान मिलता है,

शिक्षा वही ठीक है जो आपके सर्वोत्तम गुणों को सामने लेकर आये।

शिक्षा केवल बुद्धि को विकसित करने का नाम नहीं है; यह हृदय और आत्मा की जागृति का भी माध्यम है। मेरा मानना है कि एक सच्ची शिक्षा वही है जो हमारे भीतर के सर्वोत्तम गुणों को सामने लाए। इस शिक्षा का लक्ष्य

अक्टूबर में थोक मूल्य सूचकांक (WPI) मुद्रास्फीति 2.4% तक पहुंची, बढ़ी कीमतों के बीच चिंता

भारत में अक्टूबर महीने के लिए थोक मूल्य सूचकांक (WPI) पर आधारित मुद्रास्फीति दर 2.4% तक पहुंच गई है, जो सितंबर में 1.9% थी। यह वृद्धि मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों और ऊर्जा की कीमतों में वृद्धि के कारण हुई है। इस

नेहरू और आइंस्टीन: साझा वैश्विक दृष्टिकोण

जवाहरलाल नेहरू और अल्बर्ट आइंस्टीन के बीच कुछ दिलचस्प और ऐतिहासिक संबंध थे, जो उनकी समान विचारधारा, शांति के प्रति प्रतिबद्धता और विज्ञान के प्रति प्रेम को दर्शाते हैं। यहां उनके रिश्ते के कुछ महत्वपूर्ण और दिलचस्प पहलू हैं: शांतिवादी दृष्टिकोण: नेहरू

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