हिंसा के रास्ते शांति स्थापित करना, एक असंभव विचार है।

Gandhi

शांति केवल बाहरी स्थिति का नाम नहीं है, यह एक आंतरिक अवस्था है। यह हमारे हृदय में बसती है। यदि हम हिंसा को अपनाकर शांति स्थापित करना चाहते हैं, तो यह एक असंभव विचार है। हिंसा से केवल अस्थायी समाधान मिलता है, लेकिन वह हमेशा नई समस्याएं खड़ी करता है। अहिंसा शांति की कुंजी है। अहिंसा केवल न मारने का सिद्धांत नहीं है, यह प्रेम और सहिष्णुता का अभ्यास है।

शांति की खोज केवल तब संभव है, जब हम दूसरों के दृष्टिकोण को समझने का प्रयास करें। हमारी शिक्षा प्रणाली और समाज व्यवस्था में यह होना चाहिए कि हम अपने बच्चों को सहनशीलता और सह-अस्तित्व का पाठ पढ़ाएं। यदि प्रत्येक व्यक्ति अपने मन, वचन और कर्म से हिंसा का त्याग करता है, तो दुनिया में शांति स्थापित हो सकती है।

मैंने अपने जीवन में यह पाया है कि अहिंसा का पालन करना सबसे कठिन कार्य है। यह केवल साहसी व्यक्ति ही कर सकता है। यह केवल युद्ध के मैदान तक सीमित नहीं है; यह हमारे दैनिक जीवन के हर पहलू में लागू होती है। जब तक हम अपने विचारों और कार्यों में अहिंसा को शामिल नहीं करते, तब तक हमारा जीवन अधूरा है।

यंग इंडिया, 15/08/ 1925