मिस इंग्लैंड 2024, मिला मैगी, ने मिस वर्ल्ड 2025 प्रतियोगिता से अचानक नाम वापस ले लिया है। उन्होंने आयोजकों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रतियोगिता के दौरान उन्हें “वेश्या जैसा महसूस कराया गया” और “मनोरंजन के लिए इस्तेमाल किया गया”।
मिला मैगी के आरोप
मिला ने आरोप लगाया कि उन्हें और अन्य प्रतियोगियों को हैदराबाद में आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान अधेड़ उम्र के पुरुष प्रायोजकों के साथ समय बिताने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने कहा, “हमें इन लोगों का मनोरंजन करने के लिए वहां बैठाया गया, जिससे मुझे ऐसा महसूस हुआ जैसे मैं एक वेश्या हूं।” मिला ने बताया कि आयोजकों ने प्रतियोगियों के साथ असम्मानजनक व्यवहार किया। एक घटना में, एक आयोजक ने उनका ध्यान आकर्षित करने के लिए उनके चेहरे के सामने ताली बजाई, जो उन्हें अपमानजनक लगा। मिला ने मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता को “पुरानी सोच वाली” बताया और कहा कि यह महिलाओं की गरिमा और आत्म-सम्मान के खिलाफ है। उन्होंने पहले भी प्रतियोगिता में स्विमसूट राउंड को हटाने और जीवन रक्षक कौशल जैसे CPR पर ध्यान केंद्रित करने की वकालत की थी।
आयोजकों और तेलंगाना सरकार की प्रतिक्रिया
मिस वर्ल्ड संगठन ने मिला के आरोपों को “बेबुनियाद और अतिरंजित” बताया है। उन्होंने कहा कि मिला ने व्यक्तिगत कारणों से प्रतियोगिता छोड़ी और संगठन ने उनकी वापसी की व्यवस्था की। तेलंगाना सरकार के विशेष मुख्य सचिव जयेश रंजन ने बताया कि जिस कार्यक्रम में मिला ने अनुचित व्यवहार का आरोप लगाया, वहां के CCTV फुटेज में ऐसा कुछ नहीं दिखता। उन्होंने कहा कि मिला एक वरिष्ठ IAS अधिकारी और उनकी परिवार के सदस्यों के साथ बैठी थीं। तेलंगाना सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है, जिसमें वरिष्ठ IPS अधिकारी शामिल हैं। समिति अन्य प्रतियोगियों के बयान भी दर्ज कर रही है।
समर्थन और आलोचना
तेलंगाना के मंत्री के.टी. रामाराव ने मिला के साहस की सराहना की और कहा कि महिलाओं के साथ ऐसा व्यवहार अस्वीकार्य है। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। कुछ लोगों ने मिला के आरोपों को भारत की छवि को धूमिल करने वाला बताया और कहा कि उन्हें अपने अनुभवों को साझा करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए थी।
मिला मैगी का मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता से हटना और उनके द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सौंदर्य प्रतियोगिताओं की प्रासंगिकता और महिलाओं के साथ होने वाले व्यवहार पर नई बहस छेड़ दी है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जांच समिति की रिपोर्ट में क्या निष्कर्ष निकलते हैं और इससे भविष्य में ऐसी प्रतियोगिताओं के आयोजन में क्या बदलाव आते हैं।