चेन्नई में एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना में एक वीडियो पत्रकार, जो रैपिडो राइडर के तौर पर भी काम कर रहा था, की जान चली गई। मृतक की पहचान 34 वर्षीय प्रतिप कुमार के रूप में हुई है, जो अपनी आर्थिक स्थिति को संभालने के लिए बतौर रैपिडो राइडर अतिरिक्त काम कर रहा था।
घटना का विवरण
यह हादसा चेन्नई के टीटीके रोड पर हुआ, जब एक तेज रफ्तार बीएमडब्ल्यू कार ने प्रतिप कुमार की बाइक को इतनी जोर से टक्कर मारी कि उसका शरीर घटनास्थल से करीब 100 मीटर दूर जा गिरा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस के अनुसार, कार की रफ्तार अत्यधिक तेज थी, जिससे यह हादसा हुआ।
आरोपी वाहन चालक फरार
हादसे के तुरंत बाद, बीएमडब्ल्यू कार का चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने वाहन का विवरण प्राप्त कर लिया है और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है ताकि आरोपी को पकड़ा जा सके।
प्रतिप कुमार: जीवन संघर्ष की कहानी
प्रतिप कुमार एक स्थानीय समाचार चैनल में वीडियो जर्नलिस्ट के रूप में कार्यरत थे। हालांकि, अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने और परिवार की मदद के लिए, वे रैपिडो बाइक राइडर के रूप में अतिरिक्त काम करते थे। इस तरह वह दिन में पत्रकारिता करते और रात में बाइक टैक्सी चलाते थे।
परिवार का हाल
प्रतिप कुमार अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। उनकी मौत से उनका परिवार गहरे सदमे में है। उनके करीबी लोगों का कहना है कि वह बेहद मेहनती और जिम्मेदार व्यक्ति थे, जो अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत करते थे।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा चेन्नई में सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग के कारण ऐसे हादसे आम हो गए हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सड़क सुरक्षा उपायों को कड़ा करने और तेज रफ्तार वाहनों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है और आरोपी की तलाश जारी है। जांच अधिकारी ने कहा कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सार्वजनिक आक्रोश
इस घटना ने आम जनता के बीच आक्रोश पैदा कर दिया है। सोशल मीडिया पर लोग प्रतिप कुमार के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं और लापरवाह वाहन चालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अपील कर रहे हैं।
प्रतिप कुमार की मौत न केवल एक परिवार के लिए व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि यह समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी कितनी खतरनाक हो सकती है। प्रशासन और समाज को मिलकर ऐसे हादसों को रोकने के लिए कदम उठाने होंगे।