जाति और प्रांत की दोहरी दीवार टूटनी चाहिए: महात्मा गाँधी

क्या जाति के आधार पर भेदभाव राष्ट्र के नियमित विभाजन को बढ़ावा दे रहा है?

जाति और प्रांत की दोहरी दीवार टूटनी चाहिए। अगर भारत एक और अखण्ड है, तो ऐसे कृत्रिम विभाजन नहीं होने चाहिए, जिनसे ऐसे असंख्य छोटे-छोटे गुट बन जाएँ जो आपस में न खानपान करें, न शादी-ब्याह करें।

 

हरिजन, 25-07-1936