हेलो ! मैं गांधी हमें एक-दूसरे के धर्म की अच्छी बातों को ग्रहण करना चाहिए: महात्मा गाँधीगाँधी जी की नज़र में धर्म! by editor November 10, 2023 Share this Facebook Messenger Twitter Pinterest Linkedin Whatsapp धर्म अत्यंत व्यक्तिगत वस्तु है। हमें अपने ज्ञान के अनुसार जीवन व्यतीत करके एक-दूसरे की उत्तम बातें ग्रहण करनी चहिये और इस प्रकार ईश्वर को प्राप्त करने के मानव-प्रयत्नों के कुल योग में वृद्धि करनी चाहिए। हरिजन, 28-11-1936 Share this Facebook Messenger Twitter Pinterest Linkedin Whatsapp You might be interested in July 23, 2023 अनुशासन और विवेकयुक्त जनतंत्र दुनिया की सबसे सुन्दर वस्तु है: महात्मा गाँधी June 19, 2023 अपने भीतर समभाव बढ़ाने से बहुत-सी गुत्थियाँ अपने-आप सुलझ जाती हैं: महात्मा गाँधी January 22, 2023 जाति और प्रांत की दोहरी दीवार टूटनी चाहिए: महात्मा गाँधी October 23, 2022 हम अपने विकारों का जितना पोषण करते हैं, वे उतने ही निरंकुश बनते हैं: महात्मा गाँधी