मैं काँग्रेस से जो हट गया हूँ उसके पीछे कुछ खास कारण हैं। यह मैंने इसलिए किया है कि काँग्रेस को मैं और भी अधिक मदद दे सकूँ। जब तक सत्य और अहिंसा पर आधार रखने वाले 1920 के कार्यक्रम की प्रतिज्ञा पर काँग्रेस कायम है तब तक मेरा सारा समय और सारी शक्ति उसकी सेवा के लिए अर्पित है।
-हरिजन सेवक, 1937