भारतीय संस्कृति का मूलभूत सिद्धांत अहिंसा, सत्य और धर्म पर आधारित है। यह संस्कृति हमें मानवता के प्रति करुणा, प्रेम और सेवा का मार्ग दिखाती है। हमें इस बात पर गर्व होना चाहिए कि हमारी संस्कृति ने दुनिया को अनेक मूल्यों और विचारों का योगदान दिया है। लेकिन यह भी सच है कि समय के साथ हमारी संस्कृति पर बाहरी प्रभाव पड़ते रहे हैं, और कभी-कभी हमने अपने मूल्यों को भुला दिया है। आज जरूरत इस बात की है कि हम अपनी संस्कृति की जड़ों को फिर से समझें और उन्हें अपने जीवन में लागू करें। भारतीय संस्कृति का असली सार उसके आध्यात्मिकता और मानवता के प्रति प्रेम में है, और यही इसकी सबसे बड़ी ताकत है।
यंग इंडिया, 1928