मिजोरम के नए मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने शपथ ग्रहण के बाद ही मणिपुर पुलिस से आग्रह किया कि सीमावर्ती शहर मोरेह में रहने वाले कुकी-ज़ो समुदाय के लोगों को परेशान न करें। उन्होंने स्थानीय मीडिया से वार्ता करने के दौरान यह बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि मणिपुर में कुकी जो समुदाय के साथ बुरा बर्ताव किया जा रहा है।
मोरेह, म्यांमार के साथ भारत की सीमा से लगभग चार किलोमीटर दूर स्थित है, इस स्थान पर कुकी, तमिल, मैतेई हिन्दू और मुस्लिमों की बड़ी आबादी रहती हैं। यह आबादी द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद विस्थापित होकर वहां पर बसी थी। अन्य बहुत से समुदाय जिनमें आदिवासी हैं वहां रहते हैं।
परन्तु मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा का यह आग्रह न तो पसन्द आया न वे चुप रहे, उन्होंने उनकी टिप्पणियों का तल्ख जवाब दिया और कहा कि वे मणिपुर के आंतरिक मसलों पर ज्यादा ध्यान न दें।
मई 2023 में शुरू हुए सामुदायिक संघर्ष (मैतेई- कुकी संघर्ष) के दौरान लगभग 12,000 कुकी समुदाय के लोग मिजोरम भाग गए थे। वे तब से अपने घर मणिपुर नहीं आ सके हैं। वे वहीं पर जीवन काट रहे हैं। क्योंकि मणिपुर में हिंसा आज भी जारी है यह पूरी तरह से रुकी नहीं।