आज़ादी के 70 सालों के बाद भी यहाँ रोजगार के नाम पर खेती के अलावा कुछ खास नहीं है।
पक्ष और पार्टी से परे बेरोजगारी हर राज्य की समस्या है। एक भी भर्ती या बहाली ऐसी नहीं जो संदेह या कोर्ट के दखल के बगैर पूरी हुई हो।
पड़ताल करेंगे तो पता चलेगा कि यूपी में बी.ए और एम.ए पास लड़के रिकॉर्ड नंबरों में श्रमिक कार्ड बनवा रहे हैं सिर्फ 500 रुपये के लिए।
by- Onkar Rai