लोकतंत्र के दुरुपयोग की संभावना को कम से कम करना है: महात्मा गाँधी

'लोकतंत्र एक बड़ी संस्था है'

gandhi

कोई भी मनुष्य की बनाई हुई संस्था ऐसी नहीं है जिसमें खतरा न हो। संस्था जितनी बड़ी होगी, उसके दुरुपयोग की संभावनायें भी उतनी ही बड़ी होंगी। लोकतंत्र एक बड़ी संस्था है, इसलिए उसका दुरुपयोग भी बहुत हो सकता है। लेकिन उसका इलाज लोकतंत्र से बचना नहीं, बल्कि दुरुपयोग की संभावना को कम-से-कम करना है।

 

यंग इंडिया; 07-05-1931